अनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं Allama Iqbal@allama-iqbalअनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं ये आशिक़ कौन सी बस्ती के या-रब रहने वाले हैं