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GHAZAL

पागल कैसे हो जाते हैं

पागल कैसे हो जाते हैं

देखो ऐसे हो जाते हैं

ख़्वाबों का धंधा करती हो

कितने पैसे हो जाते हैं

दुनिया सा होना मुश्किल है

तेरे जैसे हो जाते हैं

मेरे काम ख़ुदा करता है

तेरे वैसे हो जाते हैं

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पागल कैसे हो जाते हैं — Ali Zaryoun • ShayariPage