नज़र अंदाज है घायल पड़े है
नज़र अंदाज है घायल पड़े है
कई दरिया कई जंगल पड़े है
नजर उठी है उसकी मेरी जानिब
कई पेशानियों पर बल पड़े है
मैं उसका ख़त बहा के आरहा हु
मेरे बाजू अभी तक शल पड़े है
उसे कहना के कल टेरिस पर आये
उसे कहना के बादल चल पड़े है
नज़र अंदाज है घायल पड़े है
कई दरिया कई जंगल पड़े है
नजर उठी है उसकी मेरी जानिब
कई पेशानियों पर बल पड़े है
मैं उसका ख़त बहा के आरहा हु
मेरे बाजू अभी तक शल पड़े है
उसे कहना के कल टेरिस पर आये
उसे कहना के बादल चल पड़े है