मुझे तो सब तमाशा लग रहा है
मुझे तो सब तमाशा लग रहा है
खुदा से पूछ उसे क्या लग रहा है
वबा के दिन गुज़रते जा रहे हैं
मदीना और सच्चा लग रहा है
अज़्जी़यत से तके जाता हूँ खुदको
तुम्हें ये घर में रहना लग रहा है
खुद अपने साथ रहना पड़ गया था
और अब दुश्मन भी अच्छा लग रहा है