Shayari Page
GHAZAL

खुदा बंदा तने तन्हा गया है

खुदा बंदा तने तन्हा गया है

सुए दरिया मेरा प्यासा गया है्

अजल से लेकर अब तक औरतों को

सिवाय जिस्म क्या समझा गया है।

खुदा की शायरी होती है औरत

जिसे पैरों तले रौंदा गया है

तुम्हें दिल के चले जाने पे क्या गम

तुम्हारा कौन सा अपना गया है

Comments

Loading comments…