Shayari Page
GHAZAL

जागना और जगा के सो जाना

जागना और जगा के सो जाना

रात को दिन बना के सो जाना

टैक्स्ट करना तमाम रात उसको

उंगलियों को दबा के सो जाना

आज फिर देर से घर आया हूं

आज फिर मुंह बना के सो जाना

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