अरे क्या सीख सकोगें भला हिजरत से हमारी
अरे क्या सीख सकोगें भला हिजरत से हमारी
तुम लोग मजा लेते हो हालत से हमारी
हम कौन हैं ये बात तुम्हें लिख के बताएं
अंदाजा नहीं होता शबाहत से हमारी
बेसुध नहीं राएगा हो जाना हमारा
कुछ फूल खिले हैं तो मुशक्तत से हमारी