जो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर

जो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर

मुसलमानी में ताक़त ख़ून ही बहने से आती है