Shayari Page
SHER

जो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर

जो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर

मुसलमानी में ताक़त ख़ून ही बहने से आती है

Comments

Loading comments…
जो वक़्त-ए-ख़त्ना मैं चीख़ा तो नाई ने कहा हँस कर — Akbar Allahabadi • ShayariPage