ज़िंदगी पर इस से बढ़ कर तंज़ क्या होगा 'फ़राज़'

ज़िंदगी पर इस से बढ़ कर तंज़ क्या होगा 'फ़राज़'

उस का ये कहना कि तू शाएर है दीवाना नहीं