SHER•6/9/2020तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो 'फ़राज़'By Ahmad FarazLikeShareReportHindiEnglishतुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो 'फ़राज़' दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला