SHER•6/10/2020न मंज़िलों को न हम रहगुज़र को देखते हैंBy Ahmad FarazLikeShareReportHindiEnglishन मंज़िलों को न हम रहगुज़र को देखते हैं अजब सफ़र है कि बस हम-सफ़र को देखते हैं