SHER•6/9/2020इस ज़िन्दगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीबBy Ahmad FarazLikeShareReportHindiEnglishइस ज़िन्दगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीबइतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम