हम तिरे शौक़ में यूँ ख़ुद को गँवा बैठे हैं Ahmad Faraz@ahmad-farazहम तिरे शौक़ में यूँ ख़ुद को गँवा बैठे हैं जैसे बच्चे किसी त्यौहार में गुम हो जाएँ