SHER•6/10/2020ऐसी तारीकियाँ आँखों में बसी हैं कि 'फ़राज़'By Ahmad FarazLikeShareReportHindiEnglishऐसी तारीकियाँ आँखों में बसी हैं कि 'फ़राज़' रात तो रात है हम दिन को जलाते हैं चराग़