SHER•4/16/2022अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलेंBy Ahmad FarazLikeShareReportHindiEnglishअब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलेंजिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें