SHER•11/21/2021अपने भी तुझ को अपनों में अब गिन नहीं रहेBy Afkar AlviLikeShareReportHindiEnglishअपने भी तुझ को अपनों में अब गिन नहीं रहे'अफ़कार' मान जा कि तेरे दिन नहीं रहे