Shayari Page
SHER

तरीक़े और भी हैं इस तरह परखा नहीं जाता

तरीक़े और भी हैं इस तरह परखा नहीं जाता

चराग़ों को हवा के सामने रक्खा नहीं जाता

मोहब्बत फ़ैसला करती है पहले चंद लम्हों में

जहाँ पर इश्क़ होता है वहाँ​ सोचा नहीं जाता

Comments

Loading comments…
तरीक़े और भी हैं इस तरह परखा नहीं जाता — Abrar Kashif • ShayariPage