दिया जला के सभी बाम-ओ-दर में रखते हैं

दिया जला के सभी बाम-ओ-दर में रखते हैं

और एक हम हैं इसे रह-गुज़र में रखते हैं


समुंदरों को भी मालूम है हमारा मिज़ाज

कि हम तो पहला क़दम ही भँवर में रखते हैं