GHAZAL•
दिल को तेरी ख़्वाहिश पहली बार हुई
By Abrar Kashif
दिल को तेरी ख़्वाहिश पहली बार हुई
इस सहरा में बारिश पहली बार हुई
माँगने वाले हीरे मोती माँगते हैं
अश्कों की फ़रमाइश पहली बार हुई
डूबने वाले इक इक कर के आ जाएँ
दरिया में गुंजाइश पहली बार हुई
दिल को तेरी ख़्वाहिश पहली बार हुई
इस सहरा में बारिश पहली बार हुई
माँगने वाले हीरे मोती माँगते हैं
अश्कों की फ़रमाइश पहली बार हुई
डूबने वाले इक इक कर के आ जाएँ
दरिया में गुंजाइश पहली बार हुई