Shayari Page
GHAZAL

दिल को तेरी ख़्वाहिश पहली बार हुई

दिल को तेरी ख़्वाहिश पहली बार हुई

इस सहरा में बारिश पहली बार हुई

माँगने वाले हीरे मोती माँगते हैं

अश्कों की फ़रमाइश पहली बार हुई

डूबने वाले इक इक कर के आ जाएँ

दरिया में गुंजाइश पहली बार हुई

Comments

Loading comments…