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GHAZAL

अब नज़रअंदाज़ करने की भी आसानी नही

अब नज़रअंदाज़ करने की भी आसानी नही

कौनसी सी जा है जहाँ मैं ज़ेर-ए-निगरानी नही

बात कर ऐ खूबसूरत शख़्स कोई बात कर

और साबित कर तुझे कोई परेशानी नही

हम गुज़ारिश पर गुज़ारा कर रहे है इन दिनों

तुझसे तुझको छीन लेने की अभी ठानी नही

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अब नज़रअंदाज़ करने की भी आसानी नही — Abbas Tabish • ShayariPage